मुझे तो एक तारा बनाना है !!!!!!!

मुझसे किसी ने सवाल किया,
तुम खूबसूरत चाँद बनाना चाहोगी ?
जबाब  दिल ने दिया -
वो खूबसूरत चाँद !
जो अपने चौदह कलाओ से पूर्ण,
सितारों में सबसे तेज चमकता है !!
जिसे लाखो प्रेमी रात में देख आहे भरते है,
और अपनी खूबसूरत प्रेमिका की याद में तड़पते है!!
कवियो  ने जिसे अपनी कविता का शीर्षक बनाया,
उसने भी तो  चांदनी बिखेर रात को खूबसूरत सजाया!!
जिसे देख चकोर को चकोरी की याद आयी,
और ब्याकुल कर गयी उसे अपनी तन्हाई!!
फिर भी मै चाँद  ना बनाना चाहूंगी,
किसी पृथ्वी के भ्रमण में जीवन ना गवाना  चाहूंगी.
मुझे तो एक तारा बनाना है
जो स्व प्रकाशित हो शांत रहता है.
अपने में मग्न कुछ जंहा से खोया रहता है !!

टिप्पणियाँ

  1. फिर भी मै चाँद ना बनाना चाहूंगी,
    किसी पृथ्वी के भ्रमण में जीवन ना गवाना चाहूंगी.
    मुझे तो एक तारा बनाना है
    जो स्व प्रकाशित हो शांत रहता है.
    अपने में मग्न कुछ जंहा से खोया रहता है !!
    wah wah wah bahut khub kahi aapnme achchi kawita

    जवाब देंहटाएं
  2. wah!kya satik jabab...
    jiske paas apni chamak nahi...apna tej nahi...apni aabha nahi...wo chahe kitna bhi sundar,kitna bhi payara kyon na ho wo mahatvpurn nahi ho sakta...

    Vinita ji ...aapne sahi socha hai.chand ek chhalawa hai jabki taare hakikat!
    ---------------------------------------------
    aap mere blog gaurtalab par aayee iske liye bahut -bahut shukriya.

    जवाब देंहटाएं

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